Tuesday, June 26, 2007

Software Engineer

अपने प्रोजेक्ट के बोझ तले दबा जा रहा है
वो देखो एक software इंजीनियर जा रहा है
जिन्दगी से हारा हुआ, पर bugs से हार नही मानता

अपने application की एक एक line रटी हुई है
पर आज कौन से रंग के मोज़े पहने है
ये नही जानता
दिन पर दिन एक्सेल फ़ाइल बनत जा रह है
वो देखो एक software इंजीनियर जा रहा है

दस हज़ार line के कोड मे error ढूँढ लेते हैं लेकिन
मजबूर दोस्त की आंखों की नमी दिखायी नही देती
PC पर हज़ार windows खुली है
पर दिल की खिड़की पर कोई दस्तक सुनायी नही देती
saturday-sunday नहाता नही
week days को नहा रहा है
वो देखो एक software इंजीनियर जा रहा है

Coding करते करते पता ही नही चला
bugs की priority कब माँ-बाप से high हो गयी
किताबों मैं गुलाब रखने वाला
सिगरेट के धुंए मे खो गया
दिल की ज़मीन से अरमानों की विदाई हो गयी
वीकएंड पर दारू पीकर जो जश्न मन रहा है
वो देखो एक software इंजीनियर जा रहा है

maze लेने हो इसके तो pooch लो
salary increament की party कब दे रहे हो
hansi udana हो तो pooch लो
"Onsite" कब जा रहे हो?
वो देखो onsite से laute teammate की chocolates kha रहा है
वो देखो एक software इंजीनियर जा रहा है

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Thanks a lot to the unknown writer who has written this poem



Friday, June 8, 2007

Khushabuuon ki gali

खुशबूओं की गली, फूलों का शहर
उसमे हो अपना, एक छोटा सा एक घर
जहाँ सितारों की रोज बरसात हो
बात हो बस प्यार की बात हो!!

To read this poem, visit the link http://www.yogeshkhatri.com/MyPoem_KhusbuonKiGali.htm.